श्री बगलामुखी चालीसा ( Shree Baglamukhi Chalisa )
श्री बगलामुखी चालीसा (Shree Baglamukhi Chalisa) ॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज। कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री…
श्री बगलामुखी चालीसा (Shree Baglamukhi Chalisa) ॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूं चालीसा आज। कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री…
श्री गंगा चालीसा (Shree Ganga Chalisa) ॥दोहा॥ जय जय जय जग पावनी, जयति देवसरि गंग। जय शिव जटा निवासिनी, अनुपम तुंग तरंग॥ ॥चौपाई॥ जय जय जननी हराना अघखानी। आनंद करनी…
श्री नर्मदा चालीसा (Shree Narmada Chalisa) ॥ दोहा॥ देवि पूजित, नर्मदा, महिमा बड़ी अपार । चालीसा वर्णन करत, कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा, मिटते पाप महान ।…
श्री शाकम्भरी चालीसा (Shree Shakambhari Chalisa) ॥ दोहा ॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी चरणगुरू का धरकर ध्यान। शाकम्भरी माँ चालीसा का करे प्रख्यान ॥ आनंदमयी जगदम्बिका अनन्तरूप भण्डार। माँ शाकम्भरी की…
श्री शारदा चालीसा (Shree Sharda Chalisa) ॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा,मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी,वीणा कर में साज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी, आदि शक्ति…
श्री ललिता चालीसा (Shree Lalita Chalisa) ॥ चौपाई ॥ जयति जयति जय ललिते माता। तव गुण महिमा है विख्याता ॥ तू सुन्दरी, त्रिपुरेश्वरी देवी। सुर नर मुनि तेरे पद सेवी…
श्री राणी सती चालीसा (Shree Rani Sati Chalisa) ॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद पंकज नमन, दूषित भाव सुधार। राणी सती सुविमल यश, बरणौं मति अनुसार॥ कामक्रोध मद लोभ में,…