श्री बगलामुखी आरती ( Shree Baglamukhi Aarti )

श्री बगलामुखी आरती (Shree Baglamukhi Aarti) जय जय श्री बगलामुखी माता, आरति करहुँ तुम्हारी॥ पीत वसन तन पर तव सोहै, कुण्डल की छबि न्यारी॥ कर-कमलों में मुद्गर धारै, अस्तुति करहिं…

श्री शारदा आरती ( Shree Sharda Aarti )

श्री शारदा आरती (Shree Sharda Aarti) भुवन विराजी शारदा महिमा अपरम्पार। भक्तों के कल्याण को धरो मात अवतार॥ मैया शारदा तोरे दरबार, आरती नित गाऊँ। नित गाऊँ मैया नित गाऊँ,…

श्री शाकम्भरी आरती ( Shree Shakambhari Aarti )

श्री शाकम्भरी आरती (Shree Shakambhari Aarti) हरि ॐ श्री शाकम्भर अम्बा जी कीआरती कीजो। ऐसो अद्भुत रूप हृदय धर लीजो,शताक्षी दयालु की आरती कीजो। तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,सब घट…

श्री ललिता माता की आरती ( Shree Lalita Mata Ki Aarti )

श्री ललिता माता की आरती (Shree Lalita Mata Ki Aarti) जय शरण वरण नमो नमः श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी। राजेश्वरी जय नमो नमः॥ करुणामयी सकल अघ हारिणी। अमृत वर्षिणी नमो…

श्री राणी सती आरती ( Shree Rani Aarti )

श्री राणी सती आरती (Shree Rani Aarti) ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय जगदम्ब सती जी। अपने भक्त जनों की, अपने दास जनों की, दूर करो विपत्ती॥ ॐ…

श्री गणेश चालीसा ( Shri Ganesh Chalisa )

श्री गणेश चालीसा (Shri Ganesh Chalisa) ॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति…

श्री राम चालीसा ( Shri Ram Chalisa )

श्री राम चालीसा  (Shri Ram Chalisa) ॥ दोहा ॥ आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनं वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं बाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम् पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं…

श्री शिव चालीसा (Shri Shiv Chalisa)

श्री शिव चालीसा (Shri Shiv Chalisa) ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला।…

श्री हनुमान चालीसा ( Shri Hanuman Chalisa )

श्री हनुमान चालीसा (Shri Hanuman Chalisa) ॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार। बल…

श्री नर्मदा आरती ( Shree Narmada Aarti )

श्री नर्मदा आरती (Shree Narmada Aarti) ॐ जय जगदानन्दी,मैया जय आनंद कन्दी। ब्रह्मा हरिहर शंकर रेवा,शिव हरि शंकर रुद्री पालन्ती॥ ॐ जय जगदानन्दी… देवी नारद शारद तुम वरदायक,अभिनव पदचण्डी। सुर…

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